Not known Facts About bhoot wala kahani

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मैं उससे बोला कि तुम तो नीचे थे। इस बाथरूम में कब आये।

लेकिन फिर उस घर में रात को और अजीब अजीब चीजें होने लगीं। रात को वहाँ कितकियों का अपने आप पट पटाना, और ऐसा लगना जैसे उनके कम्बल को जैसे कोई धीरे से नीचे से कींच रहा हो। और कभी कभी उन्हें पैरों के पास ठंडी सी एहसास होती थी जैसे कोई ठंडी हात उसे चूराही हो। और उस कमरे में किसी के आने जाने का आभास भी हर रात होती थी। फिरभी दूसरे घर न मिलने की मजबूरी में वही सहते हुवे रह गए।

" तो आपकी ज़िंदगी मे जो भी हॉरर एक्सपीरियंस हुईं हैं उसे बताईये मामा" मैंने उत्सुक से कहा था।

बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।

वो मेरी ओर नज़र करके हँस रहा था और मुझसे इशारे में कह रहा था कि तुम भी यहाँ आओ। मैं चौक गया कि अभी तो वो टीवी देख रहा था फिर नीचे कैसे पहुँच गया?

वो बोला कि मैं मज़ाक नहीं कर रहा हूँ। मेरे स्कूल के दोस्त बताते है कि एक बार ऐसे ही एक लड़का उस जंगल में चला गया फिर उसका कभी कुछ पता नहीं चला।

असली भूत की कहानी-३ । मौत, फांसी, कत्‍ल, हादसे किसी भी शानदार से शानदार जगह को विरान बना देते हैं। जैसा कि आपको पूर्व के लेख में बता दिया गया था, कि हम रूहों और आत्‍माओं के लिए कोई एक जगह निश्‍चीत नहीं कर सकते। लेकिन वो अदृश्‍य और स्‍वतंत्र हैं वो चाहे जहां भी अपना बसेरा कर सकती हैं। लेकिन ज्‍यादातर मामलों में रूहें और आत्‍माएं हादसों की जगहों या अपनी मौत के कारणों के स्‍थान पर ही भटकती रहती हैं।

राज और सुनील ने एक बड़े से बंगले की ओर बढ़ते हुए देखा कि वहां एक बड़ा मेला चल रहा था। मेले में भूतों के साथ-साथ जिन्न और चुड़ैलें भी थीं। लोग खुशी-खुशी मेले में भाग ले रहे थे और भूतों की दुनिया में एक अलग ही रंग-बिरंगी दुनिया थी।

पहलवान के घर से निकलकर भूतों का गुरु सीधे अपने शिष्यों के bhoot story पास जाता है। शिष्यों के पूछने पर वह उन्हें पूरा वृतांत बताता है और कहता है कि अब से पहलवान के घर भेजने वाले राशन की मात्रा दोगुनी करनी होगी।

Sometime later, Prithvi resides by yourself. He and Riaz examine the Sea-Chook, which was mysteriously identified deserted at an unmanned port, and Get better its logbook. A few is proven getting a intimate journey about the ship right before getting killed by a ghost.

” बच्चा ने ग़ुस्से में कहा, “यही तो वही जगह है जहाँ मैंने पहली बार खो गया था।”

मां ने उसकी बातों पर बिल्कुल गौर नहीं किया और उस बात को हंसी में टाल दिया। कुछ ही देर में वो अपनी बेटी के मामा यानी अपने भाई के घर पहुंच गई। एक-दो दिन बाद मामा जी के घर के आसपास ही बच्ची के अंदर घुसी मोहिनी को अपनी पड़ोसन सिमरन दिखी। उसने जोर से उसे नाम से पुकारा।

उस औरत ने कहा की वह घरेलु हिंसा का शिकार हुई है और उसके पति ने उसकी हत्या करके इसी जंगल में दफना दिया है। और तबसे उसकी आत्मा इस घर में कैद हो गई है। यह सुनकर गौरब ने उस आत्मा की मदद करने का सोचा और उससे वादा किया की वह उसे मुक्ति दिलाकर कर रहेगा।

. और जो भी हुआ के पास से जाता अपनी बनाई मशीन से उनका सामान अंदर खींच लेता… 

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